हमीरपुर (एमबीएम न्यूज): पोस्टकोड संख्या 447 के तहत जूनियर ऑफिस असीस्टेंट के पदों की भर्ती शुरू से ही विवादों में रही है। अब खबर आई है कि आयोग ने तकरीबन 400 से 500 उम्मीदवारों के आवेदन खारिज कर दिए हैं, लिहाजा उन्हें साक्षात्कार में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दी गई। इसकी वजह डिप्लोमा में विसंगतियां बताई जा रही हैं। अब उम्मीदवारों को साक्षात्कार रिजेक्ट होने के पत्र मिलने शुरू हो गए हैं।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क के पास पहुंचे उम्मीदवारों ने कहा कि मामूली सी बात पर आवेदन रद्द कर दिया गया है। मसलन डिप्लोमा पर अगर जारी करने की तिथि नहीं है तो इसे भी कारण बना दिया गया है। अभ्यार्थी यह मान रहे हैं कि आयोग ने सात दिन के भीतर डिप्लोमे की कमियों को दूर करने का अवसर दिया था। जब डिप्लोमे से जुड़ी कमियों को पूरा कर दिया गया है तो आवेदन खारिज क्यों किए गए।
आयोग से यह भी सवाल पूछा जा रहा है कि 12 जुलाई को साक्षात्कार पूरे हो चुके हैं तो इसके बाद ही आयोग ने आवेदन खारिज होने के पत्र क्यों थमाए हैं। उम्मीदवारों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात भी कही है।
क्या कहा आयोग सचिव…
इस समूचे मामले पर एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने आयोग के सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर से लंबी बातचीत की। डॉ. कंवर ने कहा कि फिलहाल इस बात का आंकड़ा तैयार नहीं हुआ है कि कितने आवेदन खारिज हुए। उन्होंने कहा कि रद्द किए गए आवेदनों पर पुनर्विचार करने के लिए एक कमेटी कार्य कर रही है, जो आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसी के आधार पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने माना कि अगर डिप्लोमे सही पाए जाते हैं तो उम्मीदवारों को साक्षात्कार का मौका दिया जा सकता है।
डॉ. कंवर ने कहा कि रिजेक्शन लैटर के साथ अभ्यार्थी को कारण भी बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब पद के लिए आवेदन होता है तो अस्थाई तौर पर कॉल लैटर दिया जाता है। इसके बाद साक्षात्कार में ही दस्तावेजों की पूरी पड़ताल की जाती है। उन्होंने कहा कि कई उम्मीदवारों ने आवेदन की अंतिम तिथि के बाद के डिप्लोमा प्रस्तुत किए हैं। लिहाजा उन्हें कैसे साक्षात्कार में बैठने की अनुमति दी जा सकती है।