शिमला (एमबीएम न्यूज): कोटखाई की गुडिय़ा की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले में 6 लोग गिरफ्तार हुए हैं। इसमें मुख्य आरोपी 32 साल का राजेंद्र उर्फ राजू है, जो स्थानीय इलाके का ही रहने वाला है। यही वो शख्स है, जिसने पिकअप में गुडिय़ा को लिफ्ट दी। इसके बाद 41 वर्षीय सुभाष चंद बिष्ट निवासी पौड़ी गढ़वाल, 29 वर्षीय सूरत निवासी नेपाल, 19 वर्षीय लोकजन उर्फ छोटू निवासी नेपाल, 38 वर्षीय दीपक उर्फ दीपू निवासी पौड़ी गढ़वाल इस जघन्य अपराध के साथी बने।
इस मामले में पुलिस ने 29 साल के आशीष चौहान उर्फ आशू को भी गिरफ्तार किया है। लेकिन संभव है कि आशू की बलात्कार में कोई भूमिका न हो। वीरवार शाम पुलिस महानिदेशक सोमेश गोयल व एसआईटी चीफ जहूर एच जैदी ने पत्रकारवात्र्ता में खुलासा किया है। बताया गया कि जब गुडिय़ा घर की तरफ लौट रही थी तो मुख्य आरोपी राजेंद्र ने उसे पिकअप में लिफ्ट दे दी। इस दौरान बाकी साथी भी साथ थे। कुछ दूर जाने के बाद बच्ची को जंगल में घसीट दिया गया। जहां नशे की हालत में गुडिय़ा से सामूहिक बलात्कार हुआ।
इसके बाद आरोपियों ने गुडिय़ा का सिर मिट्टी की तरफ कर मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि गुडिय़ा की एक सहेली ने उसे लिफ्ट लेते हुए भी देख लिया था। मुख्य आरोपी राजू अपनी पिकअप में एक बगीचे में स्प्रे मशीन छोडऩे जा रहा था। जिसे छोडऩे के बाद ही उसने अपने साथियों के साथ इस घटना को अंजाम दिया। चूूंकि गुडिय़ा पहले भी राजू से लिफ्ट ले चुकी थी, लिहाजा वह उसे पहचानती थी।
संभवत: सामूहिक बलात्कार को अंजाम देने के बाद बच्ची को पहचान छिपाने के मकसद से ही मौत दे दी गई। बहरहाल तमाम आरोपियों को अदालत में पेश किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक आशीष चौहान की भूमिका को लेकर जांच चल रही है।