शिमला (एमबीएम न्यूज़) : अज्ञात अपराधियों द्वारा 10वीं की छात्रा का दुष्कर्म के बाद बर्बरतापूर्ण हत्या किए जाने के मामले की जांच तेज करने के लिए सोमवार को एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। इस मामले के पांचवे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं और अपराधी खुले में घूम रहे हैं। मामला सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। पुलिस पर अपराधियों को गिरफतारी करने का भारी दवाब है।
डीजीपी महानिदेशक सोमेश गोयल ने एक एसआईटी गठित करने का आज एलान किया। चार सदस्यी एसआईटी में आईजी शिमला रेंज, एएसपी ग्रामीण, डीएसपी ठियोग ओर एसएचओ कोटखाई होंगे। तेजतरार अधिकारियों की इस एसआईटी पर अपराधियों को दबोचने का दारोमदार रहेगा। डीजीपी का कहना है कि इस मामले में तफतीश जारी है और अपराधियों को जल्द काबू कर लिया जाएगा।
उधर, पांचवे दिन भी आरोपी गिरफ्त में न आने पर लोगों का आक्रोश बढता जा रहा है। लोग इसलिए हैरान हैं कि स्मार्ट पुलिस का दावा करने वाली जिला पुलिस अभी तक एक भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है। छात्र संगठन एबीवीपी ने घटना के विरोध में आज फिर एक बार उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। भाजपा जिला शिमला इकाई ने डीजीपी को एक ज्ञापन सौंपकर आरोपियों की जल्द गिरफतारी अथवा मामले को सीबीआई को सौंपने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि अपराधियों ने 16 वर्षीय छात्रा को बेहद बर्बरतापूर्ण तरीके से मौत के घाट उतारा था। उसका शव 6 जुलाई को कोटखाई के एक जंगल में पड़ा मिला था। वह 4 जुलाई को लापता हो गई थी। हत्या करने से पहले छात्रा के साथ रेप हुआ था।