मंडी (वी कुमार) : सच्चा प्रशासक वही होता है जो जनता के दर्द को जानने के लिए उनके घर द्वार तक पहुंच सके और कुछ ऐसा ही कर दिखाया है डीसी संदीप कदम ने। जिले के सबसे बड़े अधिकारी होने का फर्ज निभाते हुए डीसी संदीप कदम उन इलाकों तक पैदल यात्रा करके पहुंच गए, जहां पर पहले शायद ही जिले का कोई उपायुक्त पहुंच पाया हो।
आधुनिकता के इस दौर में अधिकारियों की यात्राएं सिर्फ वहां तक ही होती हैं जहां तक सड़कें जाती हैं। लेकिन संदीप कदम ने ग्रामीणों की समस्याएं जानने के लिए पैदल यात्रा करने से कोई गुरेज नहीं किया।
बीते कल डीसी संदीप कदम ने करसोग और सराज विधानसभा क्षेत्र की करीब आधा दर्जन दुर्गम पंचायतों का पैदल दौरा किया। दिन भर में संदीप कदम करीब 20 किलोमीटर पैदल यात्रा करके जनता के दरबार पहुंचे और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने ग्राम माहूंनाग, सरतौला, परलोग, बिन्दला, कांढा, सराहन, छत्तरी, गटु, झरेड़, बगड़ाथाच और खोली पंचायतों तक पैदल यात्रा करके लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निपटारा किया।
उन्होंने विकास अभियान सहित फसल बीमा योजना व अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की और संबंधित कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। इस दौरान विभिन्न विभागीय अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित थे।
बता दें कि उक्त पंचायतें जिला के उन दुर्गम इलाकों में से हैं जहां के लोगों को डीसी के पास पहुंचने में ही पूरा एक दिन लग जाता है। लेकिन इन इलाकों तक कभी जिले के उच्चाधिकारी नहीं पहुंचते। संदीप कदम ने इन इलाकों का पैदल भ्रमण करके एक सच्चे प्रशासक की मिसाल को पेश किया है। वहीं मंगलवार को भी डीसी का यह दौरा जारी रहा और वह मंगलवार को बालीचौकी तहसील के तहत आने वाले दुर्गम इलाकों में जाकर जनता की समस्याएं सुनने में व्यस्त रहे।