शिमला (एमबीएम न्यूज़): सबसे उंची चोटी जाखू तक पहुंचने के लिए अब सैलानियों और श्रद्वालुओं को लंबी चढ़ाई नहीं चढ़नी पड़ेगी। मात्र छह मिनट में सैलानी जाखू पहुंच जाएंगे। शिमला का पहला बहुप्रतीक्षित जाखू रोपवे सोमवार को चालू हो गया। सूबे के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने यूएस क्लब गेट के समीप बटन दबाकर रोपवे का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार के सहयोग से रोप-वे बन कर तैयार हुआ है और इसके चालू होने से पर्यटन को पंख लगेंगे। रोपवे से नगर निगम और पर्यटन विभाग को लाखों की आमदनी होगी। रोपवे को जैग्सन कंपनी ने बनाया है। इस पर 40 करोड़ खर्च हुए हैं। इसका शिलान्यास वर्ष 2007 में रखा गया था। मगर तकनीकी व अन्य कारणों से इसमें देरी हुई। रोपवे में एक साथ 24 लोग यात्रा कर सकेंगे। इसमें दो कैबिन नीचे से ऊपर की ओर तथा दो ऊपर से नीचे की ओर एक साथ चलते हैं। एक कैबिन में छह लोगों के बैठने की क्षमता है। रोपवे में आने-जाने का किराया प्रति व्यक्ति 550 रूपये होगा। जबकि एक तरफ का किराया 300 रूपये वसूला जाएगा।
इस रोपवे के चालू होने से शिमला में विदेशी पर्यटकों के बढ़ने की संभावना है। रोपवे योजना को यहां आने वाले पर्यटकों व शहरवासियों में खासा उत्साह है। शहर का हर शख्स चाहता है कि रोपवे बने और वे उसमें बैठकर हवा में उड़े हुए जाखू पर पहुंचे और प्रकृति की संदुरता का आनंद ले। विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ देशी पर्यटकों की भारी संख्या इस रोपवे में बैठकर जाखू तक पहुंचना चाहेगी। वहीं रोपवे से काफी मात्रा में आर्थिक लाभ भी मिलेगा। वृद्वजनों के लिए रोपवे एक अनूठा उपहार होगा।
कुल मिलाकर जाखू रोपवे शिमला के लिए एक सौगात है। शिमला में इस तरक का एक और रोपवे बनाया जाना प्रस्तावित है। इस पर काम शुरू हो चुका है। यह रोपवे टूटीकंडी बाईपास से जोधा निवास के बीच बनेगा।