शिमला (एमबीएम न्यूज) : नशेडी युवक ने स्कैनर व प्रिंटर का इस्तेमाल कर जाली करंसी छापना शुरू कर दिया। 2 लाख 36 हजार रुपए की जाली करंसी समेत कोरैक्स की बोतल सहित 9 नशे की गोलियां भी बरामद हुई। पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही थी, क्योंकि जाली करंसी का मामला अधिक संवेदनशील था।
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी तो पुलिस ने पाया कि बाहरा विश्वविद्यालय में बी टेक कर रहा 21 वर्षीय मानक गुप्ता नशे का आदी है। लिहाजा नशा खरीदने के लिए पैसे चाहिए थे। इस पर मानक ने अपना ही एक तरीका निकाल लिया। दो हजार रुपए के नोट को स्कैन करता रहा।
शुक्रवार को जब डीसी कार्यालय के नजदीक एक दुकान पर पहुंचा तो कुछ नोट गिनती के दौरान गिर गए। नजदीक के दुकानदार को युवक ने बताया कि एटीएम से नोट निकलवाएं हैं। जब दुकानदार नोट उठाकर उसे देने लगा तो उसे नोटों के जाली होने का शक हुआ। इस पर दुकानदार ने पुलिस को सूचित किया। मामला नाजुक होने की वजह से पुलिस ने मौके पर पहुंचने में देरी नहीं की। पुलिस ने फौरन ही मानक को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी पर जाली करंसी के 108 नोट बरामद हुए।
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा-489 के अलावा एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दायर किया है। एसपी डी डब्ल्यू नेगी ने माना कि गिरफ्तार युवक नशे का आदी है, जिसने प्रिंटर व स्कैनर की मदद से दो-दो हजार रुपए के नोट प्रिंट कर लिए। एसपी ने कहा कि हो सकता है कि उधारी बढ़ गई हो, जिसे वह जाली करंसी के बदले चुकाना चाहता हो।
सनद रहे कि एक अरसे से शिमला पुलिस नशाखोरी के कारोबार के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक छेड़े हुए है। औसतन हर दिन एक मामला दर्ज किया जा रहा है, ताकि नशे के कारोबार का उन्मूलन किया जा सके।