शिमला (एमबीएम न्यूज): देवभूमि में वाहनों की एंट्री एक अप्रैल से महंगी हो जाएगी। इसकी एवज में सरकारी खजाने में 10 करोड़ के इजाफे की उम्मीद की जा रही है। कार की एंट्री करने पर 30 की बजाय 40 रुपए का टोल टैक्स होगा। बैरियर की परिधि में रहने वाले वाहन चालकों को भी 40 रुपए चुकाने होंगे। तीन महीने का शुल्क 100 रुपए होगा।
120 क्विंटल की क्षमता वाले वाहनों का शुल्क 400 की बजाय साढ़े 400 होगा। वहीं 90 से 100 क्विंटल की क्षमता के ट्रकों को 200 की बजाय 230 रुपए चुकाने होंगे। इससे कम 100 व 75 रुपए की दरों को क्रमश: 120 व 90 किया गया है। ट्रैक्टर की एंट्री 40 की बजाय 50 रुपए में होगी। 12 से अधिक क्षमता के यात्री वाहनों को 100 की बजाय 20 रुपए देने होंगे। 12 यात्रियों तक टोल टैक्स का शुल्क 60 की बजाय 70 रुपए कर दिया गया है।
हलके वाहनों (पब्लिक कैरियर) की दर 40 की बजाय 50 रुपए कर दी गई है। निजी वाहनों (लाइट व्हीकल)का शुल्क 30 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए हो गया है। मोटर रिक्शा व स्कूटर रिक्शा की दर 20 से बढक़र 30 रुपए हो गई है।
जानकारी के मुताबिक शेष शर्तों में बदलाव नहीं किया गया है। प्रदेश के चंबा, नूरपुर, ऊना, बिलासपुर, बीबीएन, सोलन, सिरमौर व शिमला में 55 टोल टैक्स बैरियर हैं। वर्ष 2016-17 में 92 करोड़ की कमाई का लक्ष्य रखा गया था, जो अब 102 करोड़ होगा। तर्क है कि महज 10 रुपए की बढ़ोतरी का असर आम लोगों पर पड़ सकता है, क्योंकि अधिकतर निजी वाहन लाइट व्हीकल की श्रेणी में आते हैं।
उधर आबकारी व कराधान विभाग के संयुक्त आयुक्त रोहित चौहान ने पुष्टि करते हुए कहा कि मामूली वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि इस बारे अधिसूचना जारी कर दी गई है।