शिमला (एमबीएम न्यूज): देश की समूची राजनीति की नजरें चुनावी नतीजों पर टिकी रही। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में भाजपा की बंपर जीत से प्रदेश में भाजपा का नेतृत्व खुशी के मारे उछल पड़ा। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने इस बात की पड़ताल की, कि ठीक पंजाब व उत्तराखंड की सीमा से सटे विधानसभा चुनाव के नतीजे क्या रहें हैं।
उत्तराखंड के दो विधानसभा क्षेत्र विकास नगर व चकरोता साथ लगते हैं। विकास नगर की सीमा पांवटा विधानसभा क्षेत्र से सटी हुई है। इस कस्बे में गिरिपार के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इस सीट को भाजपा के मुन्ना चौहान ने जीत लिया है। हालांकि चकरोता सीट से उनकी पत्नी मधु चौहान चुनाव हार गई है। यहां कांग्रेस के प्रीतम सिंह चुनाव जीत गए हैं। यह विधानसभा क्षेत्र शिलाई के साथ-साथ शिमला के चौपाल व रोहडू विधानसभा क्षेत्र को भी प्रभावित करता है।
गिरिपार क्षेत्र के लोगों की जोंसार बाबर में रिश्तेदारियां हैं। उधर पंजाब के चार विधानसभा क्षेत्र हिमाचल की सीमा से सटे हुए हैं। इसमें तीन पर कांग्रेस ने हाथ साफ किया है। जबकि एक सीट आम आदमी पार्टी की झोली में गई है। गढ़शंकर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जय कृष्ण को 1650 मतों से जीत मिली है। आनंदपुर सीट से कांग्रेस के केपी राणा एक तरफा जीते हैं। मतों का अंतर 24 हजार के आसपास रहा।
दसूहा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के अरुण डोगरा को 17,638 वोटों से जीत मिली है। इसी तरह पठानकोट सीट पर भी कांग्रेस के प्रत्याशी अमित विज जीते हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने संकेत दिए थे कि पड़ोसी राज्यों के चुनावी नतीजों का असर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। पंजाब के साथ-साथ हिमाचल की सीमाएं हरियाणा, उत्तराखंड व जम्मू-कश्मीर से लगती हैं। हरियाणा में पहले ही विधानसभा चुनाव हो चुके हैं।
कुल मिलाकर कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है कि राज्य के साथ लगती पड़ोसी राज्यों के विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की नाक बची है।