मंडी (वी कुमार) : दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने मंडी के ऐतिहासिक पड्डल मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कई सब्जबाग दिखाए थे। अब दो वर्षों के बाद फिर उसी ऐतिहासिक पड्डल मैदान में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना संबोधन देने जा रहे हैं। ऐसे में लोगों ने प्रधानमंत्री को उनके द्वारा दो वर्ष पूर्व दिखाए गए सब्जबागों को फिर से तरोताजा करने का कार्य शुरू कर दिया है। पेश है एक रिपोर्ट।
18 अक्तूबर का दिन हिमाचल प्रदेश के लिए क्या सौगातें लेकर आएगा, इस बात का पता तो उसी दिन चलेगा लेकिन दो वर्ष पूर्व यानी 29 अप्रैल 2014 को प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने जनता को जो सब्जबाग दिखाए थे उन्हें अब याद करने का वक्त आ गया है। केंद्र में भाजपा सरकार को बने हुए दो वर्षों से भी अधिक का समय हो गया है। हिमाचल प्रदेश की अगर बात करें तो प्रदेश के लिए केंद्र से काफी कुछ मिला भी है और काफी कुछ मिलना अभी बाकी भी है।
इस वक्त प्रदेश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है यहां का रेल नेटवर्क। अंग्रेजी हकुमत के बाद प्रदेश में रेल नेटवर्क का विस्तार न के बराबर भी नहीं हो पाया है और यहां की जनता बार-बार रेल नेटवर्क के विस्तारीकरण की मांग उठाती आई है। हालांकि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण लेह रेल लाईन के सर्वे का कार्य शुरू हो गया है, लेकिन इसका निर्माण कब शुरू होगा और कब तक लोगों को इसका लाभ मिलेगा इसकी कोई जानकारी भारत सरकार के पास भी नहीं है।
यही कारण है कि प्रधानमंत्री के दौरे के चलते एक बार फिर से जिला वासियों को रेल नेटवर्क के विस्तारीकरण की संभावनाएं नजर आने लगी हैं। कांग्रेसी नेत्री अल्कनंदा हांडा का मानना है कि चुनावों के दौरान रेल विस्तार को लेकर कई वायदे हुए थे जिन्हें अब पूरा करने का समय आ गया है।
वहीं अगर प्रदेश में हवाई सेवाओं की बात करें तो वह भी न के बराबर ही हैं। प्रदेश में तीन एयरपोर्ट हैं लेकिन इनमें टूरिस्ट सीजन के दौरान भी हवाई सेवाएं नियमित रूप से नहीं आती। हैरत तो इस बात की है कि प्रदेश की राजधानी के एयरपोर्ट से ही कोई नियमित हवाई सेवा नहीं है। मंडी हिमाचल प्रदेश का केंद्र बिंदु है और यहां पर एक एयरपोर्ट बनाने की बात भी कही गई है। मंडी शहर के सर्राफा कारोबारी राजा सिंह मल्होत्रा का मानना है कि अगर मंडी में कोई राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट खुल जाए तो प्रदेश के पर्यटन को इससे काफी ज्यादा बढ़ावा मिल सकता है।
बात अगर 29 अप्रैल 2014 को प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी की तरफ से मंडी में दिए गए भाषण की करें तो उन्होंने रेल सेवा और पर्यटन के मुद्दे पर अपनी बात रखी थी। नरेंद्र मोदी ने कहा था कि रेल सेवाओं की खस्ताहालत है और पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिल रहा है और इसके लिए उन्होंने मौजूदा सरकार को जिम्मेदार माना था। अब बीते दो वर्षों से देश का नेतृत्व उन्हीं के नेतृत्व बाली सरकार कर रही है।
इस बात में कोई शक नहीं कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि जब तक यहां रेल और हवाई सेवाओं का विस्तार नहीं होगा तब तब पर्यटन को भी पंख नहीं लग सकते। यही कारण है कि अब लोग पीएम को उनके द्वारा किए गए वायदों को याद दिलाने लग गए हैं।