शिमला,24 अगस्त : हिमाचल हाईकोर्ट की एक महिला वकील ने प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू (DGP Sanjay kundu) पर झूठे मामले में फंसाने और दुर्व्यवहार करने का आरोप जड़ा है। इसकी शिकायत उन्होंने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन से की है। बार एसोसिएशन ने इस मामले पर मंगलवार दोपहर एक बजे आपात बैठक बुलाई है।
महिला ने शिकायत में कहा है कि डीजीपी ने कथित तौर पर उसके साथ दुर्व्यवहार किया। महिला वकील ज्योतिका शर्मा की तरफ से हाईकोर्ट बार एसोसिएशन को शिकायत दी गई है कि डीजीपी ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं 107 व 151 में झूठा केस बनाया गया है। महिला ने पैन ड्राइव में घटना का वीडियो भी बार एसोसिएशन को भेजा है।
उधर, प्रदेश पुलिस प्रशासन ने अपने फेसबुक पर भी इस घटना का वीडियो अपलोड कर लिखा है कि एक महिला कई कुत्तों के साथ मंदिर परिसर में घुस आयीं और वहां मौजूद पुजारियों को डराया धमकाया। यह न केवल आपराधिक धमकी का कृत्य है बल्कि हिंदुओं द्वारा पवित्र माने जाने वाले मंदिर के गर्भगृह को अपवित्र करना भी है।
प्रदेश पुलिस ने आगे लिखा है कि हिमाचल प्रदेश, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, अपने देवी-देवताओं और मंदिरों को सर्वोच्च सम्मान प्रदान करता है। हम अपने पूजा स्थलों और पुजारियों के अपमान और धमकी जैसे कृत्यों को सहन नहीं कर सकते। शिमला पुलिस ने मंदिर के पुजारियों की शिकायत पर इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।
वहीं इस घटनाक्रम पर हिमाचल हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश्वर सिंह चंदेल का आरोप है कि वीडियो देखने के बाद ये साफ हो गया है कि डीजीपी ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। डीजीपी ने थानेदार की तरह व्यवहार किया है। उधर, हाईकोर्ट के एक अन्य वकील की ओर से राज्य सहकारी सभा के रजिस्ट्रार राजेश शर्मा के खिलाफ हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है। बहरहाल दोनों शिकायतों पर बार एसोसिएशन ने संज्ञान लेते हुए आज आपात बैठक बुलाई है।