शिमला, 02 मार्च : हिमाचल विधानसभा से कांग्रेस के पांच विधायकों के निलंबन और एफ़आईआर के विरोध में युवा कांग्रेस व एनएसयूआई ने सोमवार को राजधानी शिमला में ज़ोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष छतर सिंह ठाकुर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मुंह व बाजू में काली पट्टी बांधकर पार्टी कार्यालय राजीव भवन से ज़िलाधीश कार्यालय तक रैली निकाली। इस घटनाक्रम में प्रदर्शकारियों ने ज़िलाधीश शिमला के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा।
युवा कांग्रेसियों ने ज्ञापन में कहा कि ये पूरा घटनाक्रम मीडिया के सामने आपकी मौजूदगी में विधानसभा परिसर में हुआ, जिसमें कांग्रेस के विधायकों ने जब अपनी बात आपसे मिलकर रखना चाही तो बड़ी चालाकी से सरकार ने उसे एक धक्का मुक्की के माहौल में तब्दील कर दिया और संवैधानिक पद पर आसीन विधानसभा के उपाध्यक्ष हंस राज ने अपने पद के उतर दायित्व और गरिमा को नजर अंदाज़ करते हुए एक बाहुबलि की तरह व्यवहार किया।
ज्ञापन में राज्यपाल को अवगत करवाया गया कि विपक्षी विधायकों के साथ धक्का मुक्की की, जो कि सबूत के तौर पर हिमाचल के सभी बडे मीडिया हाउस के कैमरों में कैद है।
युवा कांग्रेस ने राज्यपाल को जानकारी दी कि विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संवैधानिक पद का गलत इस्तेमाल कर कांग्रेस के पांच विधायकों को एक तरफा कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया और इस पूरे मामले में संलिप्त रहे विधानसभा के उपाध्यक्ष और भाजपा के अन्य विधायकों पर कार्रवाई कोई अमल में नही लाई गई। साथ ही सरकार के इशारे पर कांग्रेस के विधायकों पर एफ़आईआर भी दर्ज की गई।
ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से प्रदेश युवा कांग्रेस ने मांग की है कि विधानसभा घटनाक्रम पर कड़ा संज्ञान लेते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष, भाजपा विधायकों व मंत्रियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने के आदेश देकर लोकतंत्र की रक्षा करें।