शिमला (एमबीएम न्यूज): हर कोई इस बात से वाकिफ है कि चुनावी साल में मुख्यमंत्री के बेटे विक्रमादित्य सिंह काफी सक्रिय हो गए हैं। हाल ही में आउटसोर्स कर्मचारियों की नीति बनाने की पहल भी विक्रमादित्य ने ही की। सरकार भी इस पर राजी हो गई है। बकायदा विक्रमादित्य नेे आउटसोर्स कर्मचारियों से जुड़े मुद्दे पर अपनी बात वीडियो के माध्यम से जारी की थी।
अब प्रदेश के स्पेशल एजुकेटर्स को भी युकां अध्यक्ष से उम्मीद की किरण नजर आई है। लिहाजा विशेष अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने युकां अध्यक्ष से मुलाकात की। प्रदेश भर में 126 स्पेशल एजुकेटर्स हैं, जो 2011 से कार्यरत हैं।
विशेष अध्यापक संघ के सचिव मनोज कुमार ने युकां अध्यक्ष को बताया कि सालों से भेदभाव हो रहा है। लेकिन अब तक विशेष अध्यापकों के लिए प्रदेश में कोई नीति नहीं है। न ही सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत कुछ हो पाया है। इस पर युकां अध्यक्ष ने जल्द ही ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में संघ के लगभग दो दर्जन सदस्य मौजूद रहे।