जम्मू-कश्मीर, 12 अगस्त : स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू कश्मीर के परगल में उरी हमले जैसी साजिश नाकाम हो गई। यहां कुछ आतंकियों ने आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश की। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की। इसमें दो आतंकी ढेर हो गए। इस एनकाउंटर में आतंकियों से 2 एके 47 राइफल्स, 9 मैगजीन 300 राउंड और 5 ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। दोनों मारे गए आतंकियों को आत्मघाती हमलावर बताया जा रहा है।
जानकारी है कि आतंकी बीते दिन राजौरी में आर्मी के कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे थे। राजौरी में 25 किलोमीटर दूर सेना की एक कंपनी के ऑपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला किया गया, जिसे नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने जबरदस्त जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकियो को ढेर कर दिया। इस हमले में चार जवान शहीद हो गए।
आतंकी संगठन स्वतंत्रता दिवस से पहले लगातार देश को दहलाने के लिए किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। भारतीय सुरक्षा बल डटकर आतंकियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। राजौरी में सेना के कैंप में आतंकी घुसपैठ की कोशिश उरी हमले की याद दिलाती है।
बता दें कि आतंकियों ने 18 सितंबर 2016 को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय में घुसकर सो रहे भारतीय जवानों पर हमला कर दिया था। आतंकियों ने सो रहे जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी और 17 हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल किया था। इस आतंकी हमले में सेना के 16 जवान शहीद हो गए थे।
वहीं आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के बताए गए थे। करीब 6 घंटे तक चली मुठभेड़ में भारतीय सेना ने चारों आतंकियों को ढेर कर दिया था। बता दें कि भारतीय सेना पर हुआ यह हमला सबसे बड़ा हमला था। इसके दस दिन बाद भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर की दरमियानी रात को पूरी योजना के साथ पीओके में तीन किलोमीटर अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों के ठिकाने तबाह कर दिए थे।