नई दिल्ली ,17 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM) ने 77 वें स्वतंत्रता दिवस (Freedom day) की घोषणा के अनुसार रविवार को “विश्वकर्मा जयंती” (Vishwakarma Jayanti) पर नई दिल्ली (New Delhi) में विश्वकर्मा योजना लांच (Vishwakarma scheme launched) की। इस अवसर पर देश में विभिन्न स्थानों पर भी कार्यक्रम आयोजित हुए। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भोपाल (Bhopal) में इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री (CM) शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

ये होंगे लाभार्थी
योजना में 18 पारंपरिक क्षेत्र शामिल – केंद्र सरकार ने देश के पारंपरिक शिल्प की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित व प्रोत्साहित करने, कारीगरों-शिल्पकारों (artisans-craftsmen) की सहायता के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा’ (PM Vishwakarma) मंजूर की है। इसके पहले चरण में 18 पारंपरिक क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इनमें बढ़ई (सुथार), नाव निर्माता, अस्त्र बनाने वाला, लोहार, हथौड़ा व टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार (पत्थर तराशने, पत्थर तोड़ने वाला), मोची, राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/जूट बुनकर, गुड़िया-खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी, मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले शामिल हैं।
ये लाभ
प्रशिक्षण में 500 रुपये प्रतिदिन भत्ता दिया जाएगा। आधुनिक टूलकिट (toolkit) के लिए 15 हजार रुपए का वाउचर दिया जाएगा। उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग, (branding,packaging) मार्केटिंग (marketing) में सरकार मदद करेगी। विश्वकर्मा मित्रों को बिना गारंटी बहुत कम ब्याज पर 3 लाख रुपए तक ऋण (Loan) मिलेगा। योजना पर 5 साल में 13 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।