नई दिल्ली, 7 मई : कोविड की दूसरी लहर के बीच शायद नशे के सौदागर ये सोच रहे होंगे कि तस्करी का मौका आसान है। लेकिन देश का कस्टम महकमा फ्रंटलाइन पर रहकर कोविड वाॅरियर बन देश में नशे का सामान लाने के खिलाफ सक्रिय है।

शुक्रवार को चेन्नई के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग ने तन्जानिया के रहने वाले दंपत्ति को 15.6 किलो हेरोइन के साथ काबू किया है। इसकी कीमत 100 करोड़ आंकी जा रही है। गोपनीय सूचना मिली थी कि अफ्रीकन देशों से भारत में नशे की खेप को लाया जा सकता है। इसको लेकर कस्टम विभाग एयरपोर्ट पर अलर्ट था।
कतर एयरवेज की फ्लाइट में एक दंपत्ति दोहा होते हुए जोहान्सबर्ग से पहुंचा था। पूछताछ के दौरान पति-पत्नी नर्वस नजर आ रहे थे। दंपत्ति दो स्टाॅलर बैग लेकर पहुंचे थे। जांच के दौरान पाया गया कि इन बैगस के नीचे हेरोइन को छिपाने के लिए खास जगह बनाई गई थी। एक बैग में 5 प्लास्टिक के पैकेट छिपाए गए थे। जांच के दौरान 15.6 किलो हेरोइन बरामद हुई।
पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी डेबोच ने भारत आने की वजह मेडिकल उपचार बताया था। साथ ही अपनी पत्नी फेलिक्स को अटेंनडेंट बताया था। इलाज के लिए बैंगलुरू जाने की बात वीजा में दर्शाई गई थी। चूंकि बैंगलुरू की सीधी फ्लाइट उपलब्ध नहीं हुई थी, लिहाजा वो चेन्नई में लैंड हुए थे।
लाजमी तौर पर हेरोइन की इतनी बड़ी खेप से देश के कई राज्यों में युवाओं को सप्लाई करने की योजना भी बनाई गई होगी, लेकिन चेन्नई एयरपोर्ट पर कस्टम के सक्रिय स्टाफ ने इन मंसूबों पर पानी फेर दिया है।